दलित आदिवासी एवं महिला अपराध रोकने में पूरी तरह से नाकाम है शिवराज सरकार- प्रदीप सिंह दीपू
सीधी-मध्य प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश सचिव एवं जिला कांग्रेस कमेटी खादी ग्राम उद्योग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रदीप सिंह दीपू ने दलित आदिवासी एवं महिला अपराध तथा कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस नेता प्रदीप सिंह ने जारी बयान में कहा है कि हरिजन आदिवासियों दलितों बालिकाओं एवं महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार एवं अपराधों को रोकने में प्रदेश की शिवराज सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सीधी की घटना जिसमें एक भाजपा नेता द्वारा एक आदिवासी के ऊपर पेशाब करने का मामला हो, चाहे हाल ही में झाबुआ जिले में एक एसडीएम द्वारा आदिवासी कन्या छात्रावास में आदिवासी बालिकाओं के साथ अश्लील हरकत एवं छेड़छाड़ की घटना हो इन दोनों घटनाओं से मध्य प्रदेश ना केवल शर्मसार हुआ है बल्कि आदिवासी एवं महिला विरोधी भारतीय जनता पार्टी का बेशर्म एवं कुरूप चेहरा भी बेनकाब हुआ। कांग्रेस नेता प्रदीप सिंह ने अपने बयान में कहा कि सीधी में जहां विधायक प्रतिनिधि और बीजेपी नेता का एक आदिवासी के ऊपर पेशाब करने का घिनौना कृत्य उजागर हुआ है। वही एक अन्य विधायक प्रतिनिधि की पत्नी को ग्राम पंचायत का सरपंच बनवाने के लिए बीजेपी के क्षेत्रीय विधायक द्वारा प्रशासन पर दबाव बनवा कर पहले ग्राम पंचायत की आदिवासी वर्ग की एकमात्र महिला सरपंच प्रत्याशी का पर्चा निरस्त करवाया गया। इसके बाद प्रशासन पर दबाव बनाकर यह प्रतिवेदन दिलवाया गया कि उक्त ग्राम पंचायत में कोई आदिवासी नहीं है और अंततः अपने निजी आदमी की पत्नी को तमाम नियम कानून को दरकिनार करवा कर आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित ग्राम पंचायत में नियम विरुद्ध सरपंच बनवा दिया गया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कुशासन एवं हरिजन आदिवासी एवं महिला विरोधी मानसिकता के चलते ही आज मध्य प्रदेश हरिजन आदिवासी एवं महिला अपराधों में पूरे देश में प्रथम स्थान पर है। जहां भी आदिवासी, हरिजन दलित, वंचित वर्ग एवं महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं प्रकाश में आती है उसमें अधिकांशतः अपराधी भारतीय जनता पार्टी का या तो नेता होगा या नेता का कोई करीबी या रिश्तेदार होगा। इंदौर में आदिवासी युवकों को बंधक बनाकर पाइप से मारा गया। शहडोल में दलित युवक की बेरहमी से पिटाई की गई। ग्वालियर में कोचिंग से लौट रही छात्रा को गोली मारकर हत्या कर दी गई। बैतूल, नीमच, छिंदवाड़ा, मंडला, सीहोर सहित प्रदेश के हर अंचल से एसटी एससी एवं महिलाओं के प्रति अपराधियों की घटनाएं लगातार उजागर हो रही हैं। और उन घटनाओं में कहीं न कहीं भाजपा नेता एवं नेताओं के करीबियों का नाम सामने आ रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदेश की बीजेपी सरकार दलित आदिवासी एवं महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार एवं अपराधों को रोकने में पूरी तरह से विफल हो चुकी है। प्रदेश सरकार अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाने के बजाय अपनी झूठी पीठ थपथपा ने में लगी हुई है। यही कारण है कि आज मध्य प्रदेश के कोने-कोने से आदिवासी दलित एवं महिला उत्पीड़न की खबरें प्रदेश को शर्मसार कर रही हैं।