सागर में मंदिर निर्माण से संत श्री रविदास की शिक्षाओं का प्रकाश पूरे विश्व में फैलेगा – शरदेंदु
सीधी । संत शिरोमणि श्री रविदास जी के मंदिर निर्माण तथा उनकी शिक्षाओं के प्रति जन जागरूकता के उद्देश्य से निकाली जा रही समरसता यात्रा का स्वागत करने तथा गुरु श्री रविदास की चरण पादुका के पूजन के लिए जिले के चुरहट विधानसभा क्षेत्र के सभी गांवों से जनसैलाब उमड़ पड़ा। जिले में यात्रा के दूसरे दिन शिकारगंज से यात्रा प्रभारी डॉ. कैलाश जाटव तथा विधायक चुरहट शरदेंदु तिवारी सहित उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा गुरु श्री रविदास की चरण पादुका वंदन के साथ यात्रा का शुभारंभ हुआ। यात्रा हत्था, अगडाल होते हुए रामपुर नैकिन पहुंची जहां विशाल जनसमुदाय के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यात्रा प्रभारी डॉ. जाटव तथा विधायक चुरहट श्री तिवारी द्वारा 50 लाख रुपये लागत से रामपुर नैकिन में संत रविदास सामुदायिक भवन निर्माण का भूमिपूजन किया गया। साथ ही विभिन्न समुदायों के संत जनों का शाल और श्रीफल से सम्मान किया गया। संत श्री रविदास पर केंद्रित चित्रकला, भाषण प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।विधायक चुरहट शरदेंदु तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी वर्गों एवं धर्मों के संतों, महापुरुषों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान करती है तथा उनकी विचारधाराओं, शिक्षाओं, व्यक्तित्व और कृतित्व के विषय में युवा पीढ़ी को जागरूक करने का कार्य कर रही है। संत शिरोमणि श्री रविदास ने जो समरसता का मार्ग दिखाया था उससे यह समाज लाभान्वित हो इसलिए समरसता यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। सागर में मंदिर निर्माण से संत श्री रविदास की शिक्षाओं का प्रकाश पूरे विश्व में फैलेगा और सभी के बीच समरसता और सद्भाव का वातावरण निर्मित होगा। विधायक ने कहा कि सरकार ने भगवान बिरसा मुंडा, वीरांगना रानी दुर्गावती, रानी कमलापति, टांट्या मामा, भगवान परशुराम जैसे सभी संतों एवं महापुरुषों की गौरव गाथा को जनमानस के बीच में लाने का कार्य किया है। हमारे संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर से जुड़े प्रमुख स्थानों में पंच तीर्थों के रूप में विकसित किया है। सरकार के इस प्रयास से हमारी भावी पीढ़ी अपने अतीत को बेहतर तरीके से समझने में सक्षम बनेगी।विधायक चुरहट ने कहा कि रामपुर नैकिन में निर्मित हो रहे संत रविदास सामुदायिक भवन सहित चुरहट विधानसभा क्षेत्र में 4 सामुदायिक भवनों का निर्माण किया जाएगा। बरिगंवा में सरदार पटेल सामुदायिक भवन, चुरहट में बिरसा मुंडा सामुदायिक भवन तथा चकडौर में बड़ादेव सामुदायिक भवन बनेगा। इन भवनों के निर्माण से क्षेत्र की जनता को बहुत ही कम दर में विवाह कार्यक्रमों के आयोजनों की सुविधा उपलब्ध होगी। साथ ही इनके साथ निर्मित हो रहे धर्मशालाओं में लोगों को सस्ती दरों में रात्रि विश्राम की सुविधा भी मिलेगी। विधायक ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार काम कर रही है जिस कारण विकास के क्षेत्र में प्रदेश नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जनकल्याणकारी योजनाओं से आम जन का जीवन सहज हुआ है। सभी को जमीन का अधिकार मिल रहा है और उसमें पक्के मकान बनाने की सुविधा भी मिल रही है। बहनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिमाह एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। विधायक ने कहा कि प्रदेश की सरकार लोगों के कल्याण के लिए कृत संकल्पित है। अब प्रदेश में लूटपाट नहीं चल पाएगी, हर गरीब को मिलेगा उसका हक।इसके बाद यात्रा भितरी, कुआं, कोष्टा कोठार, चुरहट, साड़ा, दुअरा, कुश्परी, बरीगंवा, पटपरा, कोल्हूडीह, हटवा, घोघरा, पहाड़ी, सोनवर्षा होते हुए 4 बजे अमिलिया पहुंचेगी जहाँ जनसंवाद कार्यक्रम एवं रात्रि विश्राम करेगी। दिनांक 29 जुलाई 2023 को सुबह 7 बजे पिपराही विकासखण्ड हनुमना जिला रीवा के लिए प्रस्थान करेगी।कार्यक्रम में नगर पंचायत रामपुर नैकिन के अध्यक्ष रामकुमार साहू, जिला पंचायत सदस्य प्रदीप शुक्ल, गणमान्य नागरिक देव कुमार सिंह चौहान, राकेश मौर्य सहित जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिकों तथा श्रद्धालुओं ने आगे रहकर यात्रा में सहभागिता की, संत शिरोमणि श्री रविदास जी के चरण पादुका तथा कलश का वंदन किया तथा समरसता के संदेश को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
संत शिरोमणि समरसता के अग्रदूत थे- डॉ. कैलाश
यात्रा प्रभारी डॉ. जाटव ने कहा कि संत शिरोमणि समरसता के अग्रदूत थे। उनका जन्म भक्ति और परोपकार के लिए था। उन्होंने भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों की रक्षा की। सागर में 102 करोड़ रुपए की लागत से संत रविदास जी का भव्य मंदिर और स्मारक बनाया जाएगा, जो समाज को शांति, सद्भाव और समरसता का संदेश देगा। समाज में संत रविदास के संदेश और जीवन मूल्यों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रदेश भर में समरसता यात्राएँ निकाली जा रही हैं, जो 12 अगस्त को सागर पहुँचेंगी। 12 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सागर में संत रविदास के स्मारक का शिलान्यास करेंगे जिसमें संत रविदास के दोहे और शिक्षाएँ उकेरी जाएंगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का प्रयास है कि जो संत शिरोमणि ने हमें समरसता का मार्ग दिखाया है उस पर चलकर गरीब एवं वंचित वर्गों के उत्थान के लिए सकारात्मक पहल जारी रखें।