विश्व तम्बाखू दिवस पर हिंडालको महान के पहल पर 19 लोगो ने धूम्रपान और मदिरापान से किया तौबा
शराब व तम्बाखू छोड़ने वालो में 16 पुरुष और 3 महिलाये भी आगे आयी, धूम्रपान छोड़ने वालो को हिंडालको महान ने दिए उपहार,पर्यवारण की टीम ने जल संरक्षण,ऊर्जा संरक्षण,व प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक पर दिया जोर
सिंगरौली। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर हिंडालको महान ने बरहवा टोला में जागरूकता कार्यक्रम में 19 लोगों ने धूम्रपान न करने की शपथ ली। इस कार्यक्रम का उद्देश्य था तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना था।इसमें समुदाय के सदस्यों को तंबाकू से दूर रहने की प्रेरणा दी गई।
हिंडालको महान के सी.एस. आर.विभाग से बीरेंद्र पाण्डेय ने बताया कि हर वर्ष 80 लाख लोगो की मौत सिर्फ तम्बाखू द्वारा दिये गए कैंसर के कारण हो जाती है, आमजनों को धूम्रपान की आदत के कारण अनेक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जिनमें कई कैंसर रोग शामिल हैं। तंबाकू के सेवन से हृदय रोग, फेफड़े की बीमारी, मसूढ़ों की समस्याएं और श्वसन समस्याएं भी हो सकती हैं। हिंडालको महान की पर्यावरण विभाग की टीम से विनोद कुशवाहा,मोहितेंद्र,व प्रदीप ने लोगो को जल संरक्षण, सिंगल यूज़ पालीथिन के प्रयोग न करने ,शाकाहारी भोजन शैली अपनाने व स्वस्थ जीवनशैली अपनाने हेतु जरूरी सलाह दी गई । इस कार्यक्रम में हिंडालको महान के इंजीनियर अनीता,श्वेता व कुलदीप ने भी लोगो स्वस्थ जीवनशैली की प्रशंसा करते हुए धूम्रपान से दूर रहने की प्रतिज्ञा दिलाई।विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर हिंडालको महान के जागरूकता कार्यक्रम में 19 लोगों ने धूम्रपान न करने की शपथ ली।साथ ही हिंडालको महान ने नशाखोरी और धूम्रपान को छोड़ने वाले 19 व्यक्तियों को पुरस्कृत भी किया। इस घोषणा के साथ, हिंडालको महान ने धूम्रपान के हानिकारक प्रभावों को जागरूकता फैलाने और नशाखोरी से मुक्ति प्राप्त करने के प्रयासों को समर्थन दिया है।
कार्यक्रम में लोगो ने अपनी तम्बाखू की डिबिया सौपते हुये 19 लोगो ने जीवन के लिए जहर के रूप में उपस्थित तम्बाखू को अपने घर से बाहर का रास्ता दिखाया वही नशे का परित्याग करने वाले इन उन्नीस लोगो नई शर्ट पुरस्कार के रूप में दी गई । कार्यक्रम के माध्यम से, हिंडालको महान ने सोसाइटी को एक सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया है जो धूम्रपान और नशाखोरी की आदतों से निपटने के लिए उपाय मौजूद हैं और इसमें सफलता प्राप्त की जा सकती है।इस पुरस्कार के माध्यम से प्रोत्साहित होने वाले व्यक्तियों को अग्रिम व्यक्तिगत रूप से सम्मानित किया और उन्हें समाज के बाहर भी प्रेरित करने का उत्साह प्रदान किया जाएगा। हिंडालको महान की यह पहल एक महत्वपूर्ण सामाजिक संदेश है जो धूम्रपान और नशाखोरी की समस्या से जूझ रहे व्यक्तियों को समर्थन दिया है,इस कार्यक्रम के द्वारा लोगों को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया।धूम्रपान करने की आदत दुनिया भर में स्वास्थ्य समस्याओं का मुख्य कारण है। तंबाकू में मौजूद निकोटीन और अन्य कैमिकल्स शरीर को हानि पहुंचाते हैं और कई बीमारियों को बढ़ावा देते हैं। इसके प्रमुख जोखिमों में कैंसर, हृदय रोग, श्वसन संबंधी समस्याएं और मसूढ़ों की समस्याएं शामिल हैं। कार्यक्रम के सफल आयोजन में अरविंद बैश्य का विशेष योगदान रहा।