सिंगरौली-सोमवार को कोल इंडिया लिमिटेड की प्रमुख अनुषंगी कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के मुख्यालय में “प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान” थीम के अंतर्गत “बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन” अभियान के रूप में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया।
एनसीएल मुख्यालय में कार्यक्रम के दौरान बतौर मुख्य अतिथि के रूप मे एनसीएल निदेशक (तकनीकी/ संचालन) डॉ. अनिंद्य सिन्हा ने पर्यावरण ध्वज फहराया व कार्यक्रम को संबोधित किया । इस अवसर पर श्री सिन्हा ने अपने उद्बोधन में उपस्थित सभी लोगों को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएँ दी । उन्होने एनसीएल के पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया व सभी से एकल प्लास्टिक का उपयोग न करके की सलाह दी व अपनी दैनिक दिनचर्या में कपड़े के थैले का प्रयोग जैसे छोटे छोटे बदलाव लाने का आह्वान किया । उन्होने एनसीएल के सतत खनन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला । डॉ. अनिंद्य सिन्हा ने कहा कि हम सभी पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भरपूर प्रयास करें जिससे कि आगे आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर परिवेश दे सकें ।
इस अवसर पर एनसीएल के निदेशक (वित्त) श्री रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री जितेंद्र मलिक, मुख्यालय के महाप्रबंधकगण/विभागाध्यक्षगण, जेसीसी सदस्य एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे |
कार्यक्रम के दौरान एनसीएल की होल्डिंग कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन श्री प्रमोद अग्रवाल के पर्यावरण दिवस पर संदेश का वाचन भी किया गया | साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को पर्यावरण के प्रति दायित्वों की शपथ दिलाई। इसी क्रम में एनसीएल मुख्यालय में पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया एवं कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों द्वारा बनाए गए पर्यावरण जागरूकता से जुड़े पोस्टर्स का अवलोकन किया गया।
कार्यक्रम के अंत में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में कार्यकारी निदेशक मण्डल एवं अन्य लोगों ने मुख्यालय परिसर में पौधों का रोपण किया| एनसीएल की सभी परियोजना एवं इकाइयों में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर पौधारोपण, चित्रकला, स्लोगन व निबंध इत्यादि प्रतियोगिताओं तथा जागरूकता रैली जैसे अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया |
गौरतलब है कि एनसीएल के द्वारा सतत खनन की दिशा में वृहद स्तर पर पौधरोपण, हरित प्रेषण के लिए आधुनिक ‘फ़र्स्ट माइल कनेक्टिविटी’ परियोजनाएं, ईको पार्क का विकास और इको-टूरिज्म को बढ़ावा देना जैसे विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। साथ ही अधिभार से रेत निर्माण जैसी अभिनव पहल शुरू हुई है व नेट ज़ीरो कंपनी बनने की दिशा में 50 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की जा रही है ।