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कोयले में मिलावट को लेकर प्रशासन दिखा मुस्तैद

सिंगरौली-कलेक्टर और एसपी के नेतृत्व में देर रात को जिले के कोल साइडिंग पर की गई जांच कोयले की गुणवत्ता को लेकर कई जगहों से लिए गए सैंपल कराई जाएगी जांच

अब लंबे समय से कोयले में की जा रही मिलावट की शिकायतें आने के बाद जिला प्रशासन इससे मुस्तैदी से निपटने में जुट गया है। बीती रात जिला प्रशासन द्वारा जिले के चार कोल साइडिंग पर रेड कार्यवाही कर कोयले की गुणवत्ता की जांच की गई। सिंगरौली कलेक्टर अरुण परमार एवं पुलिस अधीक्षक यूसुफ कुरैशी के नेतृत्व जिले के पुलिस बल ने जिला के प्रशासनिक अधिकारियों एवं खनिज की टीम के साथ मिलकर बरगवां, गोदवाली, महदईया एवं मोरवा के विभिन्न कोल साइडिंग का निरीक्षण किया। सूत्रों की माने तो सोमवार रात 11 बजे से शुरू हुई कार्रवाई करीब 3 बजे तक चली। जिसमें कोल साइडिंग पर पड़े कोयले समेत वहां लगी गाड़ियों में लदा कोयला की जांच के साथ उनके नमूने भी लिए गए हैं। जिसे एनसीएल की मदद से जांच कराकर उसकी गुणवत्ता देखी जाएगी।

रात में मिक्सिंग की शिकायतों पर की गई कार्यवाही
जिले के कोल यार्डों पर रात में पावर प्लांट को भेजे जाने वाले कोयले में भस्सी मिलाने की शिकायत को लेकर देर रात यह कार्रवाई की गई। आधी रात को अचानक कोल यार्डों पर भारी-भरकम पुलिस बल देखकर सभी भौंचके रह गए। वही पूरी कार्रवाई के दौरान कोयले के हेरा फेरी में लगे लोगों की सांस अटकी रही।

अचानक इस कार्रवाई की किसी को नहीं थी भनक
बीते समय में भी बरगवां थाना क्षेत्र के गोदवाली स्थित कोल यार्ड से 2 बार कोयले में मिलावट के लिए लाई गई भस्सी को पुलिस ने पकड़ा था। इसलिए किसी को अंदेशा नहीं था कि दोबारा इतने बड़े स्तर पर प्रशासन द्वारा जांच कराई जाएगी। सूत्रों की माने तो कल रात 9 बजे सिंगरौली पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारी को अधिक से अधिक बल के साथ पहुंचने का फरमान दिया था। जहां देर रात पुलिस अधीक्षक ने उपस्थित सभी पुलिसकर्मियों को होने वाली कार्यवाही से अवगत कराया। वहीं सभी को स्पष्ट निर्देश दिए इसकी भनक कहीं नहीं लगनी चाहिए नहीं तो उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। जानकारी अनुसार इस दौरान सभी पुलिस कर्मियों के मोबाइल भी सर्विलांस पर डाल दिए गए थे। बताया जाता है कि पुलिस विभाग के राजपत्रित अधिकारियों, एसडीएम समेत जिले के सभी थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी, एसएफ का बल, पुलिस लाइन का बल, खनिज विभाग का अमला मिलाकर करीब 2 सैकड़ा के ऊपर लोगों की अलग-अलग टीमें बनाकर इस रेड कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

ट्रांसपोर्टरों की ग्रेडिंग की भी होगी जांच
कोयले में मिलावट के खेल को रोकने के लिए हर संभव प्रयास में लगा प्रशासन अब जहां कोल साइडिंग से लिए कोयले के नमूने की जांच करा कर की गुणवत्ता देखेगा। वहीं एनसीएल प्रबंधन से मिलकर ट्रांसपोर्टरों की ग्रेडिंग भी जाचेगा।

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