एनसीएल को मिले तीन प्रतिष्ठित ‘कोयला मंत्री’ पुरस्कार
वर्ष 2022-23 में सुरक्षा, उत्पादन एवं उत्पादकता तथा ईआरपी क्रियान्वयन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए किया गया सम्मानित
झिंगुरदा परियोजना के शानदार प्रदर्शन के लिए महाप्रबंधक झिंगुरदा को भी दिया गया पुरस्कार
सिंगरौली – मंगलवार को माननीय कोयला,खान एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित ‘कोयला मंत्री’ पुरस्कार 2022-23 से सम्मानित किया। प्रतिष्ठित कोयला मंत्री पुरस्कार के तीसरे संस्करण के समारोह में कोयला सचिव, भारत सरकार श्री अमृत लाल मीणा, अध्यक्ष- कोल इंडिया लिमिटेड श्री प्रमोद अग्रवाल, अपर सचिव कोयला मंत्रालय श्री एम.नागराजू व कोयला मंत्रालय एवं कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों से विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे ।
एनसीएल को वर्ष 2022-23 में सुरक्षा के क्षेत्र में द्वितीय पुरस्कार, ईआरपी के क्रियान्वयन के लिए द्वितीय पुरस्कार तथा उत्पादन एवं उत्पादकता में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया है। समारोह में एनसीएल के झिंगुरदा क्षेत्र के महाप्रबंधक श्री विनोद कुमार सिंह को ‘मीडियम एरिया’ की श्रेणी में वित्तीय वर्ष 2022-23 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कोयला मंत्री पुरस्कार से भी नवाजा गया ।
सभी पुरस्कार मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित भूमिगत कोयला खनन पर एक कोन्फ्रेंस के दौरान दिये गए। पुरस्कार समारोह में एनसीएल की ओर से सीएमडी श्री भोला सिंह, निदेशक (तकनीकी/संचालन) डॉ. अनिंद्य सिन्हा , निदेशक (कार्मिक) श्री मनीष कुमार, महाप्रबंधक (उत्पादन) श्री एल पी गोडसे, महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं बचाव) श्री पी डी राठी, महाप्रबंधक (प्रणाली ) श्री के के सिंह एवं महाप्रबंधक (झिंगुरदा क्षेत्र) श्री विनोद कुमार सिंह शामिल हुए ।
कंपनी को मिले इन बेहद प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए सीएमडी श्री भोला सिंह व निदेशकमंडल ने एनसीएल कर्मियों एवं हितग्राहियों को बधाई देते हुए इसका श्रेय एनसीएल कर्मियों की मेहनत एवं लगन को दिया है।
एनसीएल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 122 मिलियन टन लक्ष्य के सापेक्ष 131.17 मिलियन टन कोयला उत्पादन व 122 मिलियन टन लक्ष्य के सापेक्ष 133.51 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया था । एनसीएल ने वित्त वर्ष 22-23 में सुरक्षा के आंकड़ों में भी उम्दा प्रदर्शन किया है और जिससे कंपनी के संचालन के दौरान दुर्घटना में कमी आई है।
एनसीएल के मुख्यालय सहित सभी परियोजनाओं में ईआरपी का सफलता पूर्वक क्रियान्वयन किया जा चुका है। एनसीएल में वित्त, उत्पादन, प्रेषण, स्पेयर प्रबंधन, मानव संसाधन, भारी मशीनों , प्लानिंग से जुड़े आदि कार्य वर्तमान में ईआरपी के माध्यम से किए जा रहे हैं।
एनसीएल के झिंगुरदा क्षेत्र ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग 18.77% की वार्षिक वृद्धि के साथ 2.53 मिलियन टन लक्ष्य के सापेक्ष 3.25 मिलियन टन कोयला उत्पादन व 2.53 मिलियन टन लक्ष्य के सापेक्ष 59.27% की वार्षिक वृद्धि के साथ 3.95 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया था।
गौरतलब है कि ‘कोयला मंत्री’ अवार्ड सुरक्षा, उत्पादन एवं उत्पादकता, गुणवत्ता, सतत खनन एवं ईआरपी के क्रियान्वयन जैसी श्रेणी में दिये जाते हैं। साथ ही वित्तीय वर्ष में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कोल इंडिया के विभिन्न क्षेत्रीय महाप्रबंधकों भी दिये जाते हैं।