सिंगरौली में बढ़ रहे साइबर फ्रॉड के मामले
सिंगरौली – मध्यप्रदेश की उर्जाधानी सिंगरौली जिले में लगातार साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे है। बीते कुछ दिनों में सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी के मामले सामने आए है। शातिर ठग वॉट्सऐप, फेसबुक, यूट्यूब और टेलीग्राम के माध्यम से भी लोगों को शिकार बनाते हैं। ऐसा न हो इसके लिए अब पुलिस साइबर ठगों के खिलाफ अभियान चला रही है। इसी के साथ ही आम जनता के लिए नई एडवाइजरी जारी की है।
प्रशासन ने जारी किया एडवाइजरी
- अनजान लिंक क्लिक न करें, फाइनेंशियल सूचना चोरी की जा सकती है।
- मोबाइल, लैपटॉप पर कंट्रोल नियंत्रण प्राप्त किया जा सकता है।
- अपने खाते से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें।
- अपना पिन और पासवर्ड गुप्त रखें। बैंक से संबंधित पासवर्ड को सुरक्षित तरीके से बदले और किसी को न बताएं।
- एटीएम के गार्ड या अनजान लोगों को अपना कार्ड और पिन नंबर बिल्कुल न दें।
- फोन, ईमेल, एसएमएस या किसी भी लिंक पर अपने खाते का विवरण, आईएनबी क्रेडेंशियल अर्थात आपके खाते की इंटरनेट संबंधी जानकारी, एटीएम कार्ड विवरण किसी को न दें।
- कोई भी बैंक या उनका कोई प्रतिनिधि ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी, पासवर्ड या वन टाइम एसएमएस, सुरक्षा पासवर्ड प्राप्त करने के लिए कभी भी ईमेल एसएमएस या कॉल नहीं करता है।
- हमेशा ध्यान रखें कि शाखा संपर्क विवरण प्राप्त करने के लिए गुगल सर्च इंजन पर उपलब्ध संपर्क नंबर और विवरण पर भरोसा न करें। इस उद्देश्य के लिए केवल संबंधित बैंक की अधिकृत वेबसाइट का उपयोग करें।
जालसाज अपनाते हैं यह तरीका
ठगी व जालसाजी करने वाले लोग अपने आप को गवर्नमेंट रेवेन्यू अथॉरिटीज के अधिकारी, प्रतिनिधि या हेल्थ केयर वर्कर, ग्रुप संस्था के प्रतिनिधि के रूप में प्रस्तुत करते हैं। लोगों को ऐसा मैसेज भेजते है। जिसे देखकर यह प्रतीत होता है कि यह किसी सरकारी, हेल्थ केयर या अन्य किसी कानून सम्मत संस्था से भेजा गया है। लोगों से ये झूठी बातें और दावा करके ठगी करते हैं।
सिंगरौली पुलिस अधीक्षक युशूफ कुरैसी ने जनता से अपील करते हुए कहा कि सतर्क और सुरक्षित रहें, जागरूकता फैलाएं। अन्य लोगों को भी सतर्क करें। पुलिस आपकी सेवा में सदैव तत्पर है। लोगों को नए तरह के क्राइम से बचने के लिए उक्त बातों का ध्यान रखना होगा। साइबर संबंधी अपराध से बचने के लिए पुलिस लगातार जागरूकता का कार्य करेगी और जगह-जगह इसके बैनर पोस्टर लगाए जाएंगे।
साइबर ठग इस तरह से भी बनाते है निशाना
जिले की महिलाओं ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभ के लिए आवेदन किया। अपने फोन को बैंक अकाउंट से लिंक कर रखा है। उसी नम्बर पर हैकर्स बैंक अकाउंट अलग-अलग राशि को डेबिट का मैसेज भेज रहें है और फोन कर उन्हें पहले सरकारी योजनाओं से मिलने वाली राशि खाते में भेजने की जानकारी देते है।
उन्हें तरह-तरह की बातों में उलझाकर भेजे गए मैसेज पर ओके करने के लिए कहते है, जैसे ही ओके के ऑप्शन पर क्लिक किया जाता है, खाते में जमा राशि आने की बजाय गायब हो जाती है। इस तरह के झांसे में अब तक दर्जनों महिलाएं आ चुकी है। मोरवा थाने में दर्जनों महिलाओं ने इसकी शिकायत की है।