डीईओ के निरीक्षण के दौरान प्राचार्य सहित कई शिक्षक मिले अनुपस्थित, दिया वेतन रोकने का नोटिस
सिंगरौली – डीईओ के अचानक स्कूल पहुंचने के बाद प्राचार्य समेत कई शिक्षक स्कूल से गायब थे। वही स्कूल में बच्चे भी बहुत कम संख्या में उपस्थित थे. सेकेंडरी स्कूलों के बाद अब आज से प्राथमिक विद्यालय भी खुल गये। सेकेंडरी स्कूलों के खुले हुए 11वें दिन जिला शिक्षा अधिकारी ने कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान शिक्षक तो अनुपस्थित पाये ही गये हैं, साथ में विद्यार्थी भी लगभग नगण्य मिले हैं। डीईओ ने अनुपस्थित शिक्षकों व प्राचार्यों को एक वेतन वृद्धि रोकने की नोटिस थमाई है। वहीं विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए परिजनों से संपर्क स्थापित करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा जिन स्कूलों में शिक्षक छात्र संख्या के आधार पर ज्यादा पदस्थ पाये गये हैं, वहां के शिक्षकों को कम संख्या वाले विद्यालय में स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। जिसको लेकर शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल डीईओ एसबी सिंह 1 जुलाई को औचक निरीक्षण का शुभारंभ हाईस्कूल नवानगर से करना शुरू किया। सुबह साढ़े 10 बजने के बावजूद प्राचार्य सहित 4 शिक्षक अनुपस्थित मिले। जबकि विद्यालय में 10 शिक्षकों की पदस्थापना है। इस दौरान विद्यार्थियों की उपस्थिति भी बेहद न्यून पाई गई। विद्यालय प्रांगण में साफ सफाई का भी अभाव था। जिसके बाद डीईओ ने प्राचार्य ओपी शर्मा को मोबाइल पर फटकार लगाते हुए जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
अमझर में भी 5 शिक्षक मिले अनुपस्थित——
इसके बाद डीईओ शासकीय उमाविद्यालय अमझर पहुंचे, जहां पर 5 शिक्षक अनुपस्थित मिले। उन्होंने अनुपस्थित मिले प्रधानाध्यापक राजकरण शर्मा, माशि रामसिया वर्मा, आदित्य प्रसाद नापित, राकेश गोस्वामी व सूर्य प्रताप विश्वकर्मा का नाम नोट किये। यहां भी छात्रा संख्या बहुत कम थी। इक्का-दुक्का छात्र खेलते हुए मिले। इसके बाद वह एमएस भरूहा पहुंचे, जहां सभी शिक्षक उपस्थित मिले लेकिन छात्रों की संख्या नगण्य थी। शिक्षक एक जगह बैठकर गप्पे मारते पाये गये। प्राथमिक विद्यालय भकुआर में एक भी छात्र विद्यालय में उपस्थित नहीं था और चारों ओर गंदगी फैली हुई थी।
11 शिक्षकों पर 11 विद्यार्थी पहुंचे——
माध्यमिक स्कूल अमलोरी के निरीक्षण के दौरान कुल 11 शिक्षक व उतने की छात्र उपस्थित मिले। जिस पर डीईओ ने प्राचार्य की फटकार लगाते हुए कहाकि विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए शिक्षक अभिभावकों से मिले। उन्हें बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहित करें। प्रांगण के निरीक्षण के दौरान शौचालय गंदा पाया गया, जिसे साफ कराने का निर्देश दिया। इसके बाद उन्होंने विद्यालय में पंजीकृत छात्र संख्या के बारे में जानकारी ली। छात्रों की संख्या कम होने व शिक्षकों की पदस्थापना ज्यादा होना पाया गया। जिसके बाद डीईओ ने अमलोरी में पदस्थ शिक्षकों को कम शिक्षक वाली शालाओं में पदस्थ करने का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है।
नौगढ़ में मिली चारों और गंदगी——
शाउमावि नौगढ़ में विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम पाई गई। इसके अलावा चारों ओर गंदगी फैली मिली। जिस पर डीईओ न नाराजगी व्यक्त करते हुए कहाकि संस्था प्रमुख का मूल कर्तव्य है कि प्रांगण में साफ-सफाई की व्यवस्था करें। इसके अलावा विद्यार्थियों व शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराये। शासन से निर्धारित समय चक्र के हिसाब से अध्यापन कार्य करवाये लेकिन दुख की बात है कि ऐसा होता नहीं मिल रहा है।