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अब कोर जोन में तीन महीने नहीं हो पाएंगे बाघ के दीदार

उमरिया-विदेशी पर्यटकों को भाया बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व,पर्यटकों को अलग अलग अंदाज में बाघ बाघिन और शावको ने दिए दीदार।

उमरिया जिले मे बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध और बाघों के गढ़ को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे कोर जोन में तीन महीने बाघ के दीदार अब नहीं हो पाएंगे। जहा तीन महीनों के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का खितौली,मगधी और ताला जोन को बंद कर दिया गया है।

जहा अब 1 अक्टूबर से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन से खोले जाएंगे। जहा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार पर्यटकों की भीड़ बनी रहती है। वही अब बाघ बाघिन और सेवकों के दीदार के लिए पर्यटक जंगल में घंटों सैर करते ही रहते हैं। लेकिन वहा की अब 3 महीने टाइगर रिजर्व के कोर जोन के प्राकृतिक सुंदरता और बाघ बाघिन और वन्य प्राणियों के दीदार के लिए पर्यटकों को इंतजार भी करना पड़ सकता है।

विदेशी पर्यटकों को भी पसंद आया बांधवगढ़

आपको बता दें कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में भारतीय और विदेशी दोनों ही पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। लेकिन वही पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार विदेशी पर्यटक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अधिक संख्या मे पहुंचे हैं।

जहा वर्ष 2021-22 में विदेशी पर्यटक 5945 पहुंचे थे. साथ ही वही लेकिन इस बार विदेशी मेहमानों की संख्या बढ़कर 21262 हो गई है। जहा भारतीय पर्यटको की संख्या पिछली बार की अपेक्षा 170106 से घट कर 164558 हो गई थी।

अलग अलग अंदाज में बाघ बाघिन और शावको के दीदार

गौरतलब है कि पर्यटकों को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में ठंडी और गर्मी दोनों के ही मौसम में बाघ बाघिन के अलग अलग अंदाज में दीदार भी हुए है जहा कभी-कभी तो टाइगर फैमिली के भी पर्यटकों को दीदार हो गए हैं.

वही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कभी बाघ पानी पीते तो कभी शावक अठखेलियां करते दिखाई भी दिए है। वही कभी बाघिन शिकार ले जाते हुए दिखाई दी है। जहा ऐसे ही नजारों के कारण बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रसिद्ध है। वही लगातार पर्यटकों की संख्या बड़ी है और कोर जोन बंद होने के बाद भी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के बफर जोन में सफारी चालू रहेगी। साथ ही जहां पर की प्राकृतिक सुंदरता के साथ बाघ बाघिन और शावकों के भी दीदार हो जाते है।

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