महज 2 घंटे में लापता बालिका को पुलिस ने परिवार को सौंपा
पुलिस की तत्परता से बालिका अपने घर पहुंची, पुलिस बालिका के घर का पता लगाने करती रही लगातार मेहनत
सिंगरौली-जिले के पुलिस कप्तान को 26 जून को रात्रि 9 बजे पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली कि 8-9 वर्षीय बालिका जो कि अपना नाम पता सही से नहीं बता पा रही है, बीजपुर तरफ का नाम ले रही है, दुकान के पास रो रही है। इस पर तत्काल पुलिस अधीक्षक ने महिला सुरक्षा शाख, महिला थाना, वैढ़न थाना को बच्ची के संबंध में पता कर उनके परिजनों को सुपुर्द करने के निर्देश दिए गए। महिला सुरक्षा शाखा एवं 100 डायल द्वारा जाकर पता करने पर बालिका अपना एवं अपनी माता का नाम बताई। पिता का नाम बच्ची नहीं बता पा रही थी। स्वयं को बीजपुर के पास एक झोपड़ी में अपनी मां के साथ रहना बताई। बालिका को विश्वास दिलाया गया कि आपकी मां का पता करके आपको आपकी मां के पास भेज देगें।
रात्रि होने से थी कई चुनौतियां सामने
बालिका ना तो अपने पिता का नाम बता पा रही थी, ना कोई मोबाइल नंबर, ना ही पड़ोस के किसी व्यक्ति का नाम और क्लियर पता भी नहीं बता पा रही थी। कठिन परिस्थितियां होने के बावजूद के लिए सूझबूझ से किया गया कार्य सर्वप्रथम बाल कल्याण समिति को सूचना दी जाकर मामले की गंभीरता से अवगत कराया गया। साथ ही बालिका के भोजन एवं ठहरने की व्यवस्था कराने हेतु निर्देशित किया गया। बाल कल्याण समिति द्वारा बच्ची को सुरक्षित वन स्टॉप सेंटर में रखवाया गया।
बालिका के घर का पता लगाना था चुनौतीपूर्ण
चूंकि बालिका को अपने घर का पता एवं अन्य जानकारियां नहीं थी। इस कारण घर का पता लगाने हेतु काफी प्रयास करने पड़े। पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से थाना बीजपुर के का नंबर ज्ञात किया गया। साथ ही थाना बीजपुर बाजार क्षेत्र में रहने वाले लोगों का नंबर ज्ञात कर चर्चा की गई एवं व्हाट्सएप के माध्यम से बालिका का फोटो भेजा गया। कई प्रयासों के बाद बीजपुर बाजार में बालिका को एक व्यक्ति द्वारा पहचाना गया और बात की गई। साथ ही बालिका की मां के घर का पता चलने पर बालिका की मां से बात कराने हेतु कहा गया।
बच्ची की मां ने जताई प्रसन्नता
बालिका की मां जो कि उसके घर में नहीं होने पर काफी परेशान थी। बात करने और बताने पर अपनी बेटी के प्रति काफी चिंता व्यक्त की और बताई कि घर के सभी लोग बेटी के घर में नहीं होने से काफी परेशान थे और उसके बारे में पता कर रहे थे।
बच्ची की मां से कराई गई बात
बालिका को उसकी मां से जैसे ही मोबाइल फोन पर बात कराई गई वैसे ही बालिका अपनी मां की आवाज सुनकर मां को तुरंत पहचानी एवं लेने आने हेतु कहने लगी। चूंकि रात्रि अधिक हो चुकी थी, इस कारण बालिका की मां को अवगत कराया गया कि आपकी बेटी जिला सिंगरौली के वन स्टॉप सेंटर बैढ़न में सकुशल है, आप कल प्रातः आकर अपनी बेटी को प्राप्त कर साथ ले जा सकती हैं।
बाल कल्याण समिति के माध्यम से बालिका को उसके परिजनों को किया गया सुपुर्द
बालिका के परिजनों के वन स्टॉप सेंटर उपस्थित आने पर बालिका को उनके सम्मुख उपस्थित कराया गया। बालिका अपनी मां को देखते ही जाकर मां के आंचल से लिपट गई और बात करने लगी। बाल कल्याण समिति द्वारा बालिका को उसकी मां के सुपुर्द किया गया। इस प्रकार प्राप्त सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए नाबालिग बालिका को उसकी मां को सुपुर्द किया गया।
इनकी रही मुख्य भूमिका
उक्त कार्यवाही करने में महिला सुरक्षा शाखा में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक अशोक सिंह तोमर, प्रधान आरक्षक आशीष बागरी, ज्योति पांडे, अंशू शुक्ला, 100 डायल में कार्यरत आरक्षक दिलीप धाकड़, बाल कल्याण समिति और वन स्टॉप सेंटर की महत्वपूर्ण भूमिका रही। आपके आस पास यदि इस प्रकार कोई भी बालक बालिका मिलते हैं तो बेजिझक आप हमें सूचित करिए। प्रत्येक मामले में त्वरित कार्यवाही कर परिजनों को ढूंढकर उनके सुपुर्द किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक सिंगरौली