एनसीएल के मशीनी बेड़े में शामिल हुए 6 नए विशालकाय मोटर ग्रेडर
सिंगरौली।भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) में सोमवार को सीएमडी एनसीएल भोला सिंह ने 6 मोटर ग्रेडर को राष्ट्र को समर्पित किया। इन भारी क्षमता के मोटर ग्रेडर को एनसीएल की जयंत, निगाही, दूधिचूआ व खड़िया खदान में तैनात किया जाएगा। जयंत परियोजना में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर एनसीएल के निदेशक(कार्मिक), मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण, निदेशक(तकनीकी/संचालन), जितेंद्र मलिक, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना), एसपी सिंह, एनसीएल की परियोजना महाप्रबंधक एवं मुख्यालय के विभागाध्यक्ष सहित विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारीगण के साथ ही ग्रेडर निर्माता कंपनी कैटर्पिलर एवं जेमको के वरिष्ठ सदस्य भी उपस्थित रहे ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएमडी भोला सिंह ने कहा कि एनसीएल उत्पादन, प्रेषण व अधिभार जैसे तीनों पैमानों पर लक्ष्य से आगे प्रदर्शन कर रही है। उन्होने कहा कि एनसीएल ने विगत वर्षों में विभागीय उत्पादन बढ़ाने हेतु अपने मशीनी बेड़े में बड़ी क्षमता के डंपर व शोवेल शामिल किया है। आज यह स्वर्णिम अवसर है कि एनसीएल के इस सुसज्जित मशीनी बेड़े में बड़े पैमाने पर भारी क्षमता के मोटर ग्रेडर भी शामिल हो रहे हैं। नियोजित हो रही इन नई मशीनों से एनसीएल की खदानों की हौल रोड को नई दिशा मिलेगी। साथ ही सुरक्षा के साथ उत्पादकता में भी वृद्धि होगी। उन्होने नई मशीनों के सुरक्षित संचालन व रख-रखाव पर विशेष ध्यान देते हुए परिचालकों के आभाषी एवं अन्य माध्यमों से प्रभावी प्रशिक्षण हेतु आह्वान किया। साथ ही एनसीएल के भारी मशीनी बेड़े का अनूकूलतम उपयोग करते हुए विभागीय उत्पादन को बढ़ाने के भी निर्देश दिये।
एनसीएल की ओपनकास्ट खदानों में पिछले कुछ समय से 190 टन क्षमता के डंपरों की तैनाती हुई है। जिनके लिए बड़े हौल रोड की आवश्यकता होती है। इन नए मोटर ग्रेडर से खदानों में कम समय में बेहतरीन हौल रोड सुनिश्चित किए जा सकेंगे। बेहतरीन हौल रोड से डंपर की डीजल की खपत कम होने के साथ ही खदान के संचालन में उत्पादकता व सुरक्षा भी सुदृढ़ होगी।
नियोजित ग्रेडर्स की यह है विशेषता-
अपने तरह के ये देश के सबसे बड़े मोटर ग्रेडर में से एक हैं, जो 694 हॉर्स पावर के इंजन से संचालित होंगे। इसकी ब्लेड का साइज़ 7.315 मीटर है। एनसीएल में इस तरह के 10 मोटर ग्रेडर तैनात किए जा रहे हैं जिसमें से दुधिचुआ में 4, जयंत में 2, झींगुरदा में 1, खड़िया में 1 व निगाही में 2 शामिल हैं। सभी ग्रेडर उन्नत सुरक्षा सुविधाओं जैसे ऑटो फायर सप्रेशन सिस्टम, आडियो विजुअल, रिवर्स अलार्म सिस्टम, ऑपरेटर के लिए वार्निंग सिस्टम आदि से लैस हैंl इन मशीनों के साथ ऑपरेटर के आभाषी प्रशिक्षण का भी प्रावधान किया गया है।
गौरतलब है कि हाल के समय में देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों के आलोक में एनसीएल के उत्पादन लक्ष्य लगातार बढ़े हैं, जिनको पूरा करने के लिए एनसीएल नई मशीनों के नियोजन पर भारी पूँजी निवेश कर रही है जो दीर्घकालिक कोयला खनन के लिए आवश्यक है l