अपराध की सजा अपराधी को मिले न कि परजनों को : कमलेश सिंह।
सीधी-धौहनी से कांग्रेस की पूर्व विधानसभा प्रत्याशी और जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्षा श्री मती कमलेश सिंह ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए सीधी में हुई एक आदिवासी के ऊपर पेशाब करने की घटना पर अपराधी प्रवेश शुक्ला के परजनों के घर पर बुलडोजर चलाकर गिराए जाने पर भाजपा के शिवराज सरकार की कड़ी शब्दों में निंदा की है। उन्होंने इस घटना को न्यायिक प्रक्रिया के मूल सिद्धांत के विरुद्ध बताया और कहा कि किसी व्यक्ति को उसके अपराध के लिए सजा मिलनी चाहिए, परन्तु उसके परिवार को इसमें दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। लोकतंत्र में कोई देश या प्रदेश किसी तानाशाही न्याय प्रणाली से नहीं चल सकता, जो आजकल ‘ला एंड आर्डर: बुलडोजर फार इंस्टैंट जस्टिस’ के नाम पर चल रहा है। कांग्रेस ने बुलडोजर संस्कृति का कभी भी समर्थन नहीं किया है। देश में संविधान और कानून का राज होना चाहिए, कानून के उल्लंघन होने पर संविधान में न्यायपालिका कि व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि सजा तो जाँच करके उनके ऊपर भी होनी चाहिए जो इस कुकृत्य को करने के लिए अपराधी का राजनीतिक संरक्षण करते रहे हैं। आये दिन प्रदेश में इस प्रकार के अमानवीय कृत्य के मामले चाहे जिस भी वर्ग के साथ हो समाचार में आते रहते है, जिससे यह आभास हो रहा है कि प्रदेश में कानून का राज न होकर प्रदेश अराजकता कि ओर बढ़ रहा है। हम निश्चित ही अपराधी के इस कुकृत्य को अमानवीय और शर्मनाक मानते हैं परन्तु सरकार द्वारा परिजनों के घर गिराए जाने का विरोध करते हुए परिवार के सदस्य जो निर्दोष हैं मेरी उनके प्रति सहानुभूति है।